From 2 lakh weekly visitors to Rs 250 crore annual donations, Khatu Shyam temple in Rajasthan's Sikar draws massive crowds and investment, with govt pumping Rs 350+ crore into infrastructure.
For many first-generation educated Indians, tele-caller jobs are the easiest to get – even if it means being paid pittance for day-long calls about loans, phones, modelling.
Many of today's achievers in diverse fields like politics, media, sports, cinema, technology, high finance, business, NGOs, are much younger than before and nobody's complaining.
Indian govt officials last month skipped Turkish National Day celebrations in Delhi, in a message to Ankara following its support for Islamabad, particularly during Operation Sindoor.
Bihar is blessed with a land more fertile for revolutions than any in India. Why has it fallen so far behind then? Constant obsession with politics is at the root of its destruction.
भारत में मंदिर ज्ञान का केंद्र होने चाहिए न की अंधश्रद्धा का।मंदिर लोगो को आत्मज्ञान की तरफ प्रेरित करने चाहिए।ये सब चीजें धर्म के नाम पर की जा रही है जब की ये अहंकार को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है।धर्म के नाम पर अधर्म का प्रचार हो रहा है।ये सब चीजें अशिक्षित समाज में ही चल सकती है।नेता लोग इस प्रकार की चीजों को बढ़ावा देते है और पैसा भी खूब देते है।क्योंकि लोगों को जितना मूर्ख रखा जाएगा इन नेताओ का फायदा होगा।अशिक्षित लोगों पर शासन करना आसान होता है।इसीलिए ये नेता लोग शिक्षा को लचर अवस्था में रखते है।धर्मगुरुओं का भी फायदा इसी में है की शिक्षा को लचर रखा जाए।वास्तव में ये लोग अधर्मगुरु है।इतना पैसा लोगों को शिक्षित करने में लगाया जाए। लोगों को वेदांत की शिक्षा दी जाए।लोगों को संत साहित्य,श्रीमदभगवद्गीता,उपनिषद पढ़ाए जाए।वेदांत पढ़ने के बाद ये मूर्खताएं अपनेआप बंद हो जाएगी।
भारत में मंदिर ज्ञान का केंद्र होने चाहिए न की अंधश्रद्धा का।मंदिर लोगो को आत्मज्ञान की तरफ प्रेरित करने चाहिए।ये सब चीजें धर्म के नाम पर की जा रही है जब की ये अहंकार को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है।धर्म के नाम पर अधर्म का प्रचार हो रहा है।ये सब चीजें अशिक्षित समाज में ही चल सकती है।नेता लोग इस प्रकार की चीजों को बढ़ावा देते है और पैसा भी खूब देते है।क्योंकि लोगों को जितना मूर्ख रखा जाएगा इन नेताओ का फायदा होगा।अशिक्षित लोगों पर शासन करना आसान होता है।इसीलिए ये नेता लोग शिक्षा को लचर अवस्था में रखते है।धर्मगुरुओं का भी फायदा इसी में है की शिक्षा को लचर रखा जाए।वास्तव में ये लोग अधर्मगुरु है।इतना पैसा लोगों को शिक्षित करने में लगाया जाए। लोगों को वेदांत की शिक्षा दी जाए।लोगों को संत साहित्य,श्रीमदभगवद्गीता,उपनिषद पढ़ाए जाए।वेदांत पढ़ने के बाद ये मूर्खताएं अपनेआप बंद हो जाएगी।