How could you not foresee the current day situation 1 to 2 years back when Jet was consecutively posting losses? Why were you busy launching new routes etc when immediate cost cutting measures could have been undertaken. Lastly, why did you not sell off to Tatas when they offered to buy on the condition that you step down. This PR article is meaningless.
नरेश गोयल तुम तो बहुत अच्छे से जानता था कि जेट एयरवेज में रुपया भगोड़े दाऊद का लगा है। सरकारी एजेंसियों को इस बात का पता चल चुका था और कई बार ये पुख्ता खबर अखबारों के माध्यम से देशवासीयों तक पहुँच चुकी थी और सरकारी एजेंसियों ने तुझको भी आगाह करते हुए तुम से जानकारी मांगी थी कि सच सच बताओ नरेश क्या दाऊद तुम्हारा पार्टनर है लेकिन बार-बार तुम इनकार करते रहे और इसी दरम्यान मोदी जी की सरकार बन गई और तुम्हारे जेट एयरवेज के बुरे दिन शुरू हो गए, हालाँकि तुमने समय रहते हुए जेट से अपना ज्यादा से ज्यादा रुपया निकाल लिया । होनी तो प्रबल है नरेश और आज तुम्हारे इस कारनामे का फल जेट के कुल 20 हजार लोग बेरोजगार हो गए। तुम्हारा क्या गया,बाबा जी का ठुल्लू ???
How could you not foresee the current day situation 1 to 2 years back when Jet was consecutively posting losses? Why were you busy launching new routes etc when immediate cost cutting measures could have been undertaken. Lastly, why did you not sell off to Tatas when they offered to buy on the condition that you step down. This PR article is meaningless.
नरेश गोयल तुम तो बहुत अच्छे से जानता था कि जेट एयरवेज में रुपया भगोड़े दाऊद का लगा है। सरकारी एजेंसियों को इस बात का पता चल चुका था और कई बार ये पुख्ता खबर अखबारों के माध्यम से देशवासीयों तक पहुँच चुकी थी और सरकारी एजेंसियों ने तुझको भी आगाह करते हुए तुम से जानकारी मांगी थी कि सच सच बताओ नरेश क्या दाऊद तुम्हारा पार्टनर है लेकिन बार-बार तुम इनकार करते रहे और इसी दरम्यान मोदी जी की सरकार बन गई और तुम्हारे जेट एयरवेज के बुरे दिन शुरू हो गए, हालाँकि तुमने समय रहते हुए जेट से अपना ज्यादा से ज्यादा रुपया निकाल लिया । होनी तो प्रबल है नरेश और आज तुम्हारे इस कारनामे का फल जेट के कुल 20 हजार लोग बेरोजगार हो गए। तुम्हारा क्या गया,बाबा जी का ठुल्लू ???
Millions of Indians have wonderful memories of flying Jet. The rest is in God’s – and the market’s – hands.